हमारी ओर भला उनकी नज़र कैसे हो?
कोई बता दे, सदाओं में असर कैसे हो?
किसी हँसी, किसी खनक, किसी दमक से है घर,
सिर्फ दीवार-ओ-दर के घेर में घर कैसे हो?
लोग कहते हैं कि दिल पर नहीं लेना कुछ भी,
सरापा दिल ही हैं जो, उनकी गुजर कैसे हो?
किसी की आस में भटकी हैं उम्र भर नज़रें,
वो न मिल जाए जब तलक तो बसर कैसे हो?
जहाज़, रेल, कर, बस के खबरनामों में,
हताश पाँव के छालों की खबर कैसे हो?
अपनी पहचान कहीं और ढूँढने वालों,
उधर है दिल तो वफ़ादारी इधर कैसे हो?
हुज़ूर, प्यास को पानी की फ़क़त है दरकार,
गला गरीब का जुमलों से ही तर कैसे हो?
जहाँ 'चमचागिरी' को 'कर्ट्सी' कहा जाए,
ऐसे माहौल में भाषा की फिकर कैसे हो?
देस मुर्दों का, यहाँ ज़िन्दगी बग़ावत है,
इलाज़ कुछ तो किया जाय, मगर कैसे हो?
कोई बता दे, सदाओं में असर कैसे हो?
किसी हँसी, किसी खनक, किसी दमक से है घर,
सिर्फ दीवार-ओ-दर के घेर में घर कैसे हो?
लोग कहते हैं कि दिल पर नहीं लेना कुछ भी,
सरापा दिल ही हैं जो, उनकी गुजर कैसे हो?
किसी की आस में भटकी हैं उम्र भर नज़रें,
वो न मिल जाए जब तलक तो बसर कैसे हो?
जहाज़, रेल, कर, बस के खबरनामों में,
हताश पाँव के छालों की खबर कैसे हो?
अपनी पहचान कहीं और ढूँढने वालों,
उधर है दिल तो वफ़ादारी इधर कैसे हो?
हुज़ूर, प्यास को पानी की फ़क़त है दरकार,
गला गरीब का जुमलों से ही तर कैसे हो?
जहाँ 'चमचागिरी' को 'कर्ट्सी' कहा जाए,
ऐसे माहौल में भाषा की फिकर कैसे हो?
देस मुर्दों का, यहाँ ज़िन्दगी बग़ावत है,
इलाज़ कुछ तो किया जाय, मगर कैसे हो?
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